शनिवार को दोनों शिक्षकों में समझौते की कवायद की गई, लेकिन वह सफल नहीं हो सकी। उधर, डॉ. त्रिपाठी ने आरोपी शिक्षक पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। शिक्षक कॉलेज परिसर में यह कहते घूम रहे हैं कि उनका भाई पुलिस अधिकारी है, इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। पीड़ित शिक्षक ने भेजे पत्र में आरोपी शिक्षक से जान का खतरा बताया है।
शुक्रवार को कॉलेज में शिक्षक संघ की बैठक में दृष्टि बाधित शिक्षक डॉ. डीएन त्रिपाठी के साथ एक शिक्षक ने खींचतान की थी। साथ ही उनसे अभद्रता भी की गई थी। यह आरोप डॉ. त्रिपाठी ने लगाया है। आंख में रोशनी न होने के नाते वह अपने साथ बेटे सारांश त्रिपाठी रखते हैं। वह भी बैठक में शामिल था।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि भाषण छोटा करने की बात पर राजनीति विज्ञान के एक शिक्षक उखड़ गए थे और खींचतान कर अपशब्द बोला था। पास में बैठे बेटे ने इसका विरोध किया, तो उससे भी अभद्रता की थी।