स्टार एक्सप्रेस।
सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने राममनोहर लोहिया परिकल्प भवन तेलीबाग,लखनऊ में आयोजित बैंठक में अभियन्ताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि किसान के खेत तक पानी समय से पहुॅंचे।सिचाई मंत्री ने कहा कि स्पष्ट निर्देशों के बाद भी यदि किसान के खेत तक पानी पहुॅचने में जो बाधांऐ आ रही हैं उन्हें तुरन्त निस्तारित किया जाए तथा जो अधिकारी इसमें बाधक सिद्ध हो रहें है उनके खिलाफ शीघ्र कठोरतम कार्यवाही की जायेगी।सिचाई मंत्री ने कहा सभी मुख्य अभियन्ता अपने क्षेत्रों का सघन भ्रमण कर यह देखें कि खेतों में पानी समय से पहुच रहा है या नहीं। इसी क्रम में सिंचाई मंत्री ने सरयू नहर, बाण सागर, अर्जुन सहायक, मध्य गंगा आदि परियोजनाओं की समीक्षा की। स्पष्ट शब्दों में कहा हमें भारत सरकार सेे मिलने वाले अनुदानों की प्राप्ति का सहारा छोड़कर विभागीय संसाधनों को विकसित करना होगा जिससे कि लम्बित सिंचाई योजनाओं को गतिशील किया जा सके। सिंचाई मंत्री ने इस क्रम में अधिकारियों को कड़ी हिदायत दी कि विभाग की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराकर इनके उपयोग की कार्ययोजना तैयार की जाये जिससे विभागीय संसाधनों का सदुपयोग योजनाओं के विकास मे हो सके।
श्री यादव ने कहा कि कनहर, बाण सागर, सरयू, अर्जुन सहायक आदि परियोजनाओं ने पिछले तीन साल में जो प्रगति की है उसकी सराहना विश्व बैंक मिशन द्वारा की गयी है। उन्होंने कहा कि सरयू योजना में पिछले कई दशकों से लगभग 1000 गैप के कारण कई जिलों के किसानों को सिंचाई हेतु पानी प्राप्त नही हो पाता था इनमे से 500 गैप को समाप्त कर दिया गया हैं जिससे 12 जिलों के किसानों के खेतों तक पर्याप्त पानी पहुचा हैं। इसी तरह अधर में लटकी कनहर परियोजना को गतिमान किया गया और वर्षो से बन्द बाणसागर परियोजना में मध्य प्रदेश द्वारा रोके गये पानी को शुरू कराकर किसानों के खेतों में पानी पहुचाया गया है।
कानपुर में गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने की आदर्श परियोजना जो रूडकी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के परामर्श से तैयार की गयी है उसे अतिशीघ्र भारत सरकार को भेजने के निर्देश सिंचाई मंत्री ने दिये। बैंठक में विभिन्न महात्वाकांक्षी परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
डाॅ0 राममनोहर लोहिया परिकल्प भवन (कमाण्ड सेन्टर) परिसर में नवनिर्मित विशाल सभागार का सिंचाई मंत्री ने निरीक्षण कर अधिकारियों को आदेशित किया कि इसे 15 दिन में सुसज्जित कराया जाए सिंचाई मंत्री ने इस सभागार को विभिन्न विचार गोष्ठियों, कार्यशालाओं आदि व्यवसायिक आयोजनो हेतु उपयोग में लाने की व्यवस्था शुरू करने की हिदायत भी दी।