
ये छापे बीते साल 31 दिसंबर को एल्गार परिषद के एक कार्यक्रम के बाद पुणे के पास कोरेगांव भीमा गांव में दलितों और उच्च जाति के पेशवाओं के बीच हुई हिंसा की घटना के तहत मारे गए हैं। लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि इन माओवादी विचारकों की गिरफ्तारी महज दो चिट्ठियों के सामने आने के बाद हुई है। एक चिट्ठी को इसी साल की शुरुआत में पुणे पुलिस ने जब्त किया था। एक माओवादी नेता की ओर से लिखे गए इस पत्र में विभिन्न नक्सल गतिविधियों के लिए प्रतिष्ठित तेलूगू कवि वरवरा राव के कथित मार्गदर्शन के लिए उनकी तारीफ की गई थी। बता दें राव उन पांच लोगों में शामिल हैं जिन्हें माओवादियों के साथ संदिग्ध जुड़ाव के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
ये दोनों पत्र माओवादी नेताओं द्वारा आदान-प्रदान किए गए। इनमें देश के पूर्व राष्ट्रपति राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की हत्या की योजना की बात कही गई है। पुलिस का कहना है कि साल 2016 के इस पत्र से पता चलता है कि तीनों नेताओं की हत्या की साजिश के तहत नक्सलियों के बीच विचार-विमर्थ हुआ था। इसके अलावा साल 2017 के एक अन्य पत्र में कहा गया है कि रोड शो के दौरान राजीव गांधी तरह पीएम मोदी पर भी हमला किया जाए।