मध्य प्रदेश के पूर्व CM शिवराज सिंह ने अपने ब्लॉग पर एक आर्टिक्ल लिखते हुए प्रदेश वासियों को नव साल की शुभकामनाएं दी हैं, उन्होंने अपने आर्टिक्ल में कई भावुक कर देने वाली बातें भी लिखी हैं व 13 वर्ष तक सूबे के मुख्यमंत्री बने रहने के अपने अनुभव को प्रदेश वासियों के साथ साझा किया है। आप भी पढ़िए शिवराज सिंह ने क्या लिखा है।
पूर्व CM शिवराज सिंह के ब्लॉग से:-
”वर्ष 2018 कई यादों को लेकर विदा हो रहा है। मध्य प्रदेश में 15 साल तक बीजेपी की गवर्नमेंट रही, 13 साल मैं मुख्यमंत्री रहा। इन 13 सालों में हर क्षण मैंने जनता के लिए जीने की प्रयास की, जितनी क्षमता व सामर्थ्य मुझमें थी, उसे प्रदेश के विकास व जनता के कल्याण में लगाया। इस अवधि में प्रदेश को बदलने में पास हुआ। पानी, बिजली व सड़क के एरिया में क्रांति हुई। इस परिवर्तन के कारण प्रदेश बदल गया, प्रति आदमी आय बढ़कर 14000 से 79999 रुपए हो गई। गांव, शहरों का अभूतपूर्व विकास हुआ, कृषि उत्पादन बढ़कर दोगुने से भी ज्यादा हो गया, प्रदेश के विकास को राष्ट्र में पहचान मिली, लेकिन इससे भी जरूरी काम CM रहते हुए जो मैंने किया, वो है कि गवर्नमेंट को जनता से जोड़ दिया। योजनाएं बनाईं, लेकिन वल्लभ भवन की पांचवी मंजिल पर बैठकर नहीं, बल्कि जनता के बीच बैठकर बनाई।
जनता की जो समस्याएं व कष्ट बचपन से देखे थे, उनको दूर करने की योजना जनता के ही बीच बैठकर बनाई। समाज के अलग-अलग वर्गों की पंचायतें बुलाकर निर्णय लिए गए। गवर्नमेंट जनता के सुख-दुख की साथी बने, यह प्रयास रही मेरी। CM निवास का डोम कई फैसलों का साक्षी बना। CM निवास सर्वधर्म समभाव का प्रतीक बन गया। सब धर्मों के त्योहार यहां पर मनाए गए। मुख्यमंत्री हाउस जनता का घर बनाने में मैंने सफलता पाई। केवल विकास दर बढ़ाना पर्याप्त नहीं है, विकास का प्रकाश सब तक पहुंचे, विशेषकर गरीबों तक, किसानों तक, स्त्रियों तक व मेरे प्यारे भांजे-भांजियों तक, यह प्रयास मैंने अनेकों योजनाओं के माध्यम से की। नर्मदा सेवा यात्रा ने नदी के संरक्षण की ओर सबका ध्यान खींचा। महाकुंभ का आयोजन भव्यता व बेहतर व्यवस्थाओं के साथ हो, लेकिन केवल स्नान व दर्शन ना हो अपितु संसार के विद्वान संसार के सामने खड़ी समस्याओं पर भी विचार कर निवारण सुझाएं, इसके लिए विचार महाकुंभ का आयोजन भी किया गया। हम सब एक हैं, कोई छोटा-बड़ा नहीं, एक ही चेतना सब में है, इसलिए आचार्य शंकर के अद्वैत वेदांत के सिद्धांत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एकात्म यात्रा यात्राओं का आयोजन किया। लोकतंत्र में सरकारें बदलती रहती हैं।
मुझे गवर्नमेंट न बना पाने का कोई अफसोस नहीं है। जोड़-तोड़ कर गवर्नमेंट बनाना मेरी अंतरात्मा को गवारा भी नहीं था। अब गवर्नमेंट चलाने का मौका कांग्रेस पार्टी को मिला है। नए CM श्री कमलनाथ जी को मैंने शुभकामनाएं दी हैं। मैं चाहता हूं कि नयी गवर्नमेंट प्रदेश के विकास की धारा को आगे बढ़ाए, विकास में निरंतरता का होना प्रदेश वजनता के हित में है। मैं कहना चाहता हूं कि यह गवर्नमेंट बदलने से प्रभावित ना हो, योजना केवल इसलिए कि पिछली गवर्नमेंट ने बनाई थी, बदल देना उचित नहीं होगा। श्री कमलनाथ जी से अपेक्षा है कि वे सब अच्छे कामों को आगे बढ़ाएं।
वे बड़ा करने के लिए पुरानी लकीर को मिटाकर छोटा करने के बजाय बड़ी लकीर खींचकर बड़े बन जाएं व प्रदेश को आगे बढ़ाएं। हमारा हर अच्छे कार्य में सकारात्मक योगदान मिलेगा। एक अपील प्रदेश की जनता से कि वे ‘हर कार्य गवर्नमेंट करेगी’ यह न सोचें, बल्कि हम अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने में जो बेहतर सहयोग कर सकते हैं जरूर करें। प्रदेश सिर्फ गवर्नमेंट का नहीं हम सब का है, हम सबको मिलकर अपने प्रदेश को आगे बढ़ाना है। 13 सालों के CM काल में यदि मेरे किसी व्यवहार से, काम से किसी भाई- बहनों को कष्ट पहुंचा हो तो मैं दिल से क्षमा मांगता हूं। आगे भी प्रदेश की जनता के कल्याण के कार्य में निरंतर लगा रहूंगा। नव साल की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं। ”