राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर बार-बार संसद की कार्यवाही में बढ़ा डाल रही कांग्रेस अब इस मुद्दे पर बहस के लिए के लिए राजी हो गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को लोक सभा में इस डील की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति बनाने की मांग कर रहे कांग्रेसी नेताओं को इस मुद्दे पर बहस करने के लिए चुनौती दी थी। जेटली ने बोलाथा कि गवर्नमेंट तत्काल ही इस मुद्दे पर बहस करने व विपक्ष को जवाब देने को तैयार है। इसके जवाब में कांग्रेस पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोला है कि उनकी पार्टी भी इस मुद्दे पर बहस करने के लिए तैयार है।
लोक सभा में भोजनावकाश के पश्चात जैसे ही सदन की कार्यवाही अनुदान की पूरक मांगों पर बहस के लिए शुरुआत हुई तभी कांग्रेस पार्टी नेता खड़गे ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे की जांच के लिए जेपीसी का गठन करने की मांग दोहरा दी। इस पर वित्त मंत्री जेटली ने बोला था कि खड़गे को इस मुद्दे पर तत्काल ही बहस शुरु कर देनी चाहिए, गवर्नमेंट उन्हें जवाब देने को तैयार है। जेटली ने बोला कि खड़गे बहस से भाग रहे हैं। उन्होंने बोला कि राफेल मामले पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए, यह चर्चा होने पर वे सिद्ध कर देंगे कि कांग्रेस झूठ फैला रही है।
इसके बाद संसद ने वित्त साल 2018-19 के लिए 85,948.86 करोड़ रुपये की अनुदान की पूरक मांगों को अनुमति दे दी। जैसे ही सदन ने अनुदान की पूरक मांगों पर मुहर लगाई, तभी खड़गे ने बोला कि वित्त मंत्री ने उन्हें चुनौती दी है व दो जनवरी को वे इस मुद्दे पर बहस को तैयार हैं, कृपया समय निर्धारित कर दिया जाए। इसके बाद जब लोक सभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित होने वाली थी तभी खड़गे ने लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को बहस के बारे में याद दिलाते हुए इसके लिए समय तय करने की मांग की। इस पर महाजन ने बोला कि वे समय के बारे में निर्णय करेंगी, लेकिन खड़गे अपनी मांग को लेकर अड़े रहे, इस पर महाजन ने बोला कि खड़गे अपनी चुनौती अपने पास ही रखें व लोक सभा अध्यक्ष को चुनौती न दें।