प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने हाल ही में ये बोला है कि दूरदर्शन यौन उत्पीड़न के मामलों को ‘अत्यंत गंभीरता’ से लेता है व अनुशासनात्मक नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक दिन पहले ही लोक प्रसारक की तीन महिला कर्मचारियों ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था जिसके बाद प्रसार भारती द्वारा ये बयान जारी किया गया है।
पीड़ित स्त्रियों ने ये दावा किया है कि उनके अनुबंध को नवीनीकृत करने के बहाने उनका यौन उत्पीड़न किया गया। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें पीड़ित महिलाएं अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारी हैं। लेकिन उन्होंने इस यौन उत्पीड़न की घटना के बारे में विस्तार से नहीं बताया। स्त्रियों द्वारा आरोप लगाने के बाद प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने ट्वीट कर बोला कि, ‘दूरदर्शन के बेहद सक्षम महानिदेशक (डीजी) दूरदर्शन का नेतृत्व करते हैं। हमलोग इस तरह की प्रकृति वाले मामलों को बेहद गंभीरता से लेते हैं व कानून/अनुशासनात्मक नियमों के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की जाती है। ’
सूत्रों की माने तो पीड़ितों को परामर्श दे रहीं एडवोकेट वरुणा भंडारी ने इस बारे में शुक्रवार को बताया कि दूरदर्शन से सात व ऐसी महिला कर्मियों ने उनसे संपर्क किया, जिनके साथ कार्यस्थल पर कथित यौन उत्पीड़न हुआ। इस दौरान भंडारी ने ये भी दावा किया है कि, ‘यौन उत्पीड़न की शिकायतों के 10 में से नौ मामलों पर आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) ध्यान नहीं देती। ’ शिकायत करने वाली तीनों स्त्रियों में से एक ने ये भी दावा किया है कि आईसीसी में शिकायत करने के बाद से पिछले आठ महीने से उसे तनख्वाह नहीं मिली।