चीन व हिंदुस्तान के मध्य में स्थित रणनीतिक लिहाज से अहम् भौगोलिक राष्ट्र भूटान को पीएम नरेंद्र मोदी ने 4,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। पीएम बनने के बाद पहली बार हिंदुस्तान पहुंचे भूटान के पीएम लोटे शेरिंग ने नयी दिल्ली में पीएम मोदी से शुक्रवार को मुलाकात की। इस द्विपक्षीय मुलाकात के बीच ही पीएम मोदी ने भूटान के 12वें पंचवर्षीय इकनॉमिक प्लान के भीतर आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। बता दें कि गत साल हिंदुस्तान व चाइना के बीच डोकलाम गतिरोध के दौरान भूटान हिंदुस्तान के साथ था।
गत माह पीएम पद की शपथ ग्रहण करने वाले भूटानी पीएम शेरिंग से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने बोला है कि हिंदुस्तान हमेशा अपने पड़ोसी राष्ट्र भूटान के साथ दोस्ताना वएक मजबूत साझेदार की किरदार का निर्वहन करेगा। भूटान के साथ द्विपक्षीय व आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए आने वाले पांच वर्षों के लिए 400 करोड़ रुपये का ट्रेड सपोर्ट करने का भी ऐलान हुआ है। इस मुलाकात का मकसद 2017 में डोकलाम सैन्य टकराव के बाद बनी भूटान की नयी गवर्नमेंट के साथ सुदृढ़ संबंधों को स्थापित करना है।
भूटान व हिंदुस्तान के बीच नयी पंचवर्षीय योजना इसी साल शुरुआत हुई थी, जो 2022 में खत्म होगी। इसके भीतर हिंदुस्तान के योगदान से भूटान में 720 मेगावॉट की हाइड्रोपावर परियोजना पर सबसे अधिक फोकस होगा। भूटानी पीएम से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बोला है कि इस परियोजना को जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। मध्य भूटान के मांगदेछू नदी पर इस हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर काम जारी है। हिंदुस्तान व भूटान ने मांगदेछू हाइड्रोपावर परियोजना निष्पादित करने के लिए अप्रैल, 2010 में एक द्विपक्षीय समझौते पर साइन किए थे, जिसकी लागत लगभग 2896.3 करोड़ रूपये थी।