अपनी जेलों से 1,557 इंडियन कैदियों को रिहा किया है। वहीं हिंदुस्तान ने अपनी जेलों में बंद को इसी दौरान रिहा किया है। यह जानकारी केंद्र गवर्नमेंट ने बुधवार को लोकसभा में दी है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बोला कि 2018 (13 दिसंबर तक) में पाक से 174 इंडियन मछुआरों को रिहा किया गया जबकि, इसी अवधि में हिंदुस्तान से 28 कैदियों की रिहाई हुई।
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि 15 दूसरे राष्ट्रों में कारागार में रहते हुए 40 इंडियन नागरिकों की मौत हो गई। वहीं सुषमा स्वराज ने बताया कि 2017 में पाकिस्तान की जेलों से 7 इंडियन कैदी रिहा किए गए। उसी वर्ष हिंदुस्तान की जेलों से 60 पाकिस्तानी नागरिकों की रिहाई की गई। 2017 में ही पाकिस्तान की जेलों से 410 मछुआरे छोड़े गए। जबकि हिंदुस्तान की जेलों से 9 पाकिस्तानी मछुआरों को रिहाई दी गई।
के मुताबिक 2016 में पाकिस्तान ने दो इंडियन नागरिकों को रिहा किया। जबकि हिंदुस्तान ने 10 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया। 2016 में ही पाकिस्तान की जेलों से 410 इंडियन मछुआरों को रिहा किया गया। जबकि हिंदुस्तान ने अपनी जेलों में बंद 9 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया। 2015 में पाकिस्तान की जेलों में बंद 4 इंडियन नागरिकों को रिहा किया गया। उसी वर्ष हिंदुस्तान की ओर से 44 पाकिस्तानी नागरिकों को रिहा किया गया था। 2015 में ही पाकिस्तान ने 448 इंडियन मछुआरों को रिहा किया था। वहीं हिंदुस्तान ले 115 पाकिस्तानी मछुआरों को रिहा किया था।
सुषमा स्वराज के अनुसार 1 जुलाई, 2018 को पाकिस्तान से हुए दस्तावेजों के आदान-प्रदान के मुताबिक अभी भारती जेलों में 108 पाकिस्तानी मछुआरे व 249 पाकिस्तानी नागरिक बंद हैं। वहीं पाकिस्तान की ओर से जानकारी दी गई कि वहां की जेलों में 418 इंडियन मछुआरे व 53 नागरिक बंद हैं।
केंद्र गवर्नमेंट की ओर से लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार विदेश के जेलों में 8,445 इंडियन नागरिक बंद हैं। ये सभी 68 राष्ट्रों की जेलों में बंद हैं। सर्वाधिक 2,224 इंडियनकैदी सऊदी अरब में बंद हैं। इसके बाद 1,606 इंडियन कैदियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) है। वहीं तीसरे स्थान पर 1,065 इंडियन कैदियों के साथ नेपाल है।