कभी कभी मेरे दिल में, सावन का महीना, कहीं दूर जब दिन ढल जाए, दोस्त दोस्त ना रहा और मैंने तेरे लिए जैसे सुपहिट गानों की गूंज आज भी बॉलीवुड के गलियारों में सुनाई देती है। यह वह गाने हैं जिन्हें न केवल मुकेश ने अपनी आवाज दी बल्कि हिंदी सिनेमाजगत में हमेशा के लिए रोशन कर दिया। मुकेश की 27 अगस्त को डेथ एनिवर्सरी है तो चलिए इस मौके पर हम आपको मुकेश की लव स्टोरी के बारे में बताते हैं।

मुकेश का जन्म दिल्ली में 22 जुलाई 1923 को हुआ था। मुकेश का बॉलीवुड में सफर जितना रोचक रहा उतनी की रोचक उनकी लव लाइफ भी रही। कहा जाता है कि 1940 के मध्य में मुकेश को सरल त्रिवेदी रायचंद से प्यार हो गया था। उस वक्त उनकी प्रेमिका सरल की उम्र महज 18 साल थी।
कहा जाता है कि मुकेश का परिवार इन दोनों के रिश्ते के बिल्कुल खिलाफ था। इसके पीछे की वजह सरल का गुजराती ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखना था तो वहीं दूसरा मुकेश की गायिकी थी। chandrakantha.com के अनुसार सरल का परिवार इन दोनों के रिश्ते के इसलिए खिलाफ था क्योंकि बतौर गायक मुकेश की कोई फिक्स इनकम नहीं थी इसके साथ ही उनका खुद का घर भी नहीं था।
मुकेश और सरल का प्यार इतना गहरा था कि दोनों एक दूसरे के बगैर नहीं रह सकते थे। बाकी सभी चीजों की परवाह किए बगैर मुकेश और सरल ने भागने का फैसला किया और 1946 में शादी कर ली थी। इन दोनों की शादी 30 तक चली। इन दोनों के 5 बच्चे हैं। मुकेश के बेटे नितिन मुकेश प्लेबैक सिंगर है और कई फिल्मों में अपनी आवाज दे चुके हैं।
आपको बता दें, मुकेश ने ज्यादातर गाने राज कपूर के लिए ही गाए हैं। इन गानो में मेरे टूटे हुए दिल से, दुनिया बनानेवाले, किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार और आवारा हूं गाने शुमार हैं। मुकेश ने हिंदी सिनेमा में जितना नाम कमाया उतना नाम न तो उनके बेटे नितिन मुकेश ने और न ही मुकेश के पोते नील नितिन मुकेश कमा पाए।