दिल्ली विधानसभा की मीटिंग का रजत जयंती समारोह 14 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस मौके पर बीजेपी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी बतौर मुख्य मेहमान शिरकत करेंगे। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस बात की पुष्टी की है। उन्होंने बताया कि आडवाणी ने 15 दिसंबर को होने वाले समारोह के लिए आमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
आडवाणी 1966 से 1970 तक दिल्ली मेट्रोपोलिटन काउंसिल के पहले चेयरपर्सन रहे हैं। दिल्ली विधानसभा की पहली मीटिंग 14 दिसंबर 1993 को हुई थी।
गोयल ने कहा, ‘मैंने शनिवार को होने वाले आयोजन में मुख्य मेहमान के तौर पर लालकृष्ण आडवाणी को आमंत्रित किया है। ‘ अन्य आमंत्रितगणों के बारे में पूछे जाने पर अध्यक्ष ने बोला कि विधानसभा के पूर्व सदस्यों को भी आयोजन के लिए आमंत्रित किया गया है।
विधानसभा का इतिहास
दिल्ली राज्य विधानसभा का गठन पहली बार 17 मार्च 1952 को पार्ट-सी राज्य गवर्नमेंट अधिनियम, 1951 के तहत किया गया था। लेकिन एक अक्टूबर 1956 को इसका उन्मूलन कर दिया गया। सितम्बर 1966 में, विधानसभा की स्थान 56 निर्वाचित व 5 मनोनीत सदस्यों वाली एक मेट्रोपोलिटन काउंसिल ने ली।
लालकृष्ण आडवाणी लंबे अरसे के बाद किसी सार्वजनिक प्रोग्राम में शिरकत करेंगे। इस मौके पर अगर वह सम्बोधन देते हैं तो हर किसी की निगाहें उनके सम्बोधन पर टिकी रहेंगी।