अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा पर राष्ट्र को निर्बल करने का आरोप मढ़ते हुए राम मंदिर पर अहम बयान दिया व बोला कि विवादित जमीन पर मंदिर नहीं बनना चाहिए। शिवपाल ने अपनी नवगठित पार्टी के पहले शक्ति प्रदर्शन के रूप में रमाबाई मैदान पर ‘जनाक्रोश रैली’ की। उन्होंने बोला कि विवादित जमीन पर मंदिर नहीं बनना चाहिए।मेरा सीधा कहना है कि उच्चतम कोर्ट की कहीं अवहेलना नहीं होनी चाहिए। अगर मंदिर बनाना है तो सरयू के किनारे कहीं जमीन तलाश लो। गवर्नमेंट के पास जमीन की कमी नहीं होती है।
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए बोला कि उसने राष्ट्र को निर्बल किया है व वह लोकसभा चुनाव में सियासी लाभ लेने के लिये दंगा भड़काना चाहती है। हम भाजपा को राष्ट्र व प्रदेश से हटाएंगे हम शांति व भाईचारा चाहते हैं लेकिन सांप्रदायिक लोग दंगे भड़काना चाहते हैं। रैली में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी आए। उनके इस प्रोग्राम में आने पर संशय था लेकिन वह ना सिर्फ शरीक हुए, बल्कि सम्बोधन भी दिया।
शिवपाल ने बोला कि साल 1992 में तत्कालीन भाजपा गवर्नमेंट द्वारा सुरक्षा की गारंटी का हलफनामा देने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था। वह राष्ट्र में फिर से वैसी ही आग फैलाना चाहती है। हम व नेता जी (सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव) मुसलमानों के साथ खड़े हैं। उन्होंने बोला कि पिछली 25 नवम्बर को अयोध्या में ‘धर्म सभा‘ के नाम पर माहौल बेकार करने की प्रयास की गयी थी लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लोग सड़कों पर निकल पड़े थे कि हम अयोध्या में दंगा नहीं होने देंगे।
शिवपाल ने बोला कि हमें पूरा विश्वास है कि हमारा प्रदेश शासन में परिवर्तन के लिए तैयार है व राष्ट्र इस बात का साक्षी होगा। यह परिवर्तन साल 2019 में भी देखने को मिलेगा। हमारे मतदाता लोगों को बाँटने व तोड़ने की चालबाजी को बर्दाश्त नहीं करेंगे व 2019 के चुनाव में भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाकर सबक सिखाएंगे।
उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी पर तंज करते हुए बोला कि आप का सीना 56 इंच का होगा लेकिन उसमें दम नही है। बड़े-बड़े वायदे हुए कि मैं चौकीदार हूं, इस राष्ट्र में करप्शन नहीं होने दूंगा, मगर वह सब धोखा था। भगोड़े कारोबारी बैंकों के हजारों करोड़ रुपये लेकर भाग गये। यह चौकीदार का करप्शन नियंत्रण में फेल होने का सबसे बड़ा उदाहरण है।
प्रसपा-लो प्रमुख ने बोला कि सभी गरीब सवर्णों का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। आर्थिक आधार पर उनका भी आरक्षण होना चाहिए। हम सबका सम्मान करते हैं। जब से पीएसपी बनायी है, तभी से कह रहे हैं कि जो उपेक्षित हैं, हमारे साथ आइये, हम सम्मान देंगे। हम राष्ट्र में बदलाव लाएंगे।
शिवपाल ने बोला कि वर्तमान बेईमान, निकम्मी व झूठी गवर्नमेंट को हटाने की जरूरत है। हम कर्मचारियों को पुरानी पेंशन भी देना चाहते हैं। वायदा करते हैं कि हम पुरानी पेंशन दिलाने का कार्य करेंगे। संविदाकर्मियों को भी समायोजित करने की दिशा में हम गंभीरता से संघर्ष करेंगे।
रैली में उस समय असहज स्थिति पैदा हो गयी जब मुलायम ने प्रसपा की स्थान सपा की चर्चा करना प्रारम्भ कर दिया। मुलायम बोले कि समाजवादी पार्टी सबको लेकर चलती है।सबको इंसान मानती है चाहे अगड़ा हो या पिछडा, हिन्दू हो या मुसलमान। सपा को मजबूत करना है। बगल में खडे़ शिवपाल ने जब मुलायम को टोका तो मुलायम ने सपा का नाम लेना बंद किया।
शिवपाल ने बोला कि नेता जी (मुलायम) भी आज यहां हैं। हम हमेशा सपा में नेता जी के साथ ही रहना चाहते थे। मैंने तो कभी कुछ नहीं मांगा। सिर्फ नेता जी के आदेश का पालन किया। मुख्यमंत्री, क्या मंत्री पद के लिए भी कभी नहीं कहा। मुझे सिर्फ सम्मान चाहिए। वही, मैंने मांगा। शिवपाल ने दावा किया कि उन्होंने नई पार्टी मुलायम की सहमति से बनायी है। उन्होंने बोला कि आज जो नौबत आयी है, वह चुगलखोरों की वजह से आयी है।
रैली स्थल रमाबाई आंबेडकर मैदान पूरी तरह भरा हुआ था। मैदान के बाहर की सडकों पर भी जनसैलाब उमड़ा था। रैली में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव व उनकी छोटी बहू अपर्णा यादव शामिल हुए। रैली स्थल की ओर आने जाने वाले रास्तों पर जबर्दस्त जाम था। रमाबाई मैदान के सामने शहीद पथ पर भी रैली में आये वाहन खडे होने की वजह से जाम लगा रहा। भीड़ व वाहनों को काबू करने में पुलिसवालों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।