अलग मोर्चा व अलग पार्टी बनाने के बाद राजधानी लखनऊ में शिवपाल के पहले सियासी शो में भारी भीड़ जुटने का अनुमान है। रैली के लिए रमाबाई अंबेडकर मैदान और आसपास का इलाका पार्टी के झंडों, बैनरों, होर्डिंग्स व पोस्टरों से सजाया गया है।
यूपी के जेहन में सवाल हैं और उम्मीद शिवपाल हैं, फिर थाम संघर्ष की मशाल, आपके लिए निकल पड़े शिवपाल, हजार सवाल-एक जवाब शिवपाल। इस तरह के नारे लिखे होर्डिंग्स से राजधानी पट चुकी है। आज समाजवादी सेकुलर मोर्चा के अध्यक्ष व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव की जनाक्रोश रैली जो होनी है।
शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी में उपेक्षा से क्षुब्ध होकर पहले समाजवादी सेकुलर मोर्चा और फिर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई। सभी 75 जिलों में संगठनात्मक ढांचा खड़ा किया। फ्रंटल संगठनों को सक्रिय किया।
जनाक्रोश रैली के लिए शिवपाल के समर्थक प्रदेश के कोने-कोने से यहां पहुंच रहे हैं। कुछ बड़े नेता रैली स्थल पर ही पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं । शिवपाल कहते हैं कि प्रसपा (लोहिया) राजधानी में पहली रैली के जरिये इतिहास रचने जा रही है।
महारैली मुद्दों व जन आक्रोश पर केंद्रित होगी। यह किसी व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है बल्कि जन साधारण के आक्रोश को स्वर देगी। प्रदेश-देश, किसानों, नौजवानों के सामने तमाम चुनौतियां खड़ी है।