देश एक बार फिर कोरोना वायरस संकट के उसी दौर में जाता दिख रहा है, जहां पिछले साल था. एक तरफ कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, शहरों में फिर से लॉकडाउन का डर सता रहा है. तो अब फिर से प्रवासी मज़दूरों के अपने घर वापस जाने की खबरें भी आ रही हैं. लगातार बढ़ रही सख्तियों के बीच लॉकडाउन की आहट सिर पर है और दिल्ली, पुणे समेत अन्य इलाकों से प्रवासी मजदूर अपने घर वापस लौटने लगे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है.
वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थानीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें. ऐसे जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाए, लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए.
उन्होंने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए. सीएम ने कहा कि मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए.