हार्ट अटैक से बचना है तो रोजाना डाइट में शामिल करे ये चीजें, जानें इसके गजब के फायदे

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल : हार्ट अटैक की बीमारी आजकल आम हो गई है, जिसकी एक वजह हमारा लाइफस्टाइल है, लेकिन रोज एक केला खाने से इससे बचाव किया जा सकता है। केला एक ऐसा फल है जो हर जगह मिल जाता है। यह न केवल दूसरे फलों की तुलना में अधि‍क पौष्टिक होता है, बल्कि एनर्जी का अच्छा विकल्प भी है। केले में कई गुण होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की रिसर्च के अनुसार रोजाना एक केला या एक सेब, हार्ट अटैक से मौत का खतरा एक तिहाई हद तक कम कर देता है। इस बात का ध्यान जरुर रखें कि यह फल ताजा हो। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ अलाबामा की रिसर्च की मानें तो केला खाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। पोटेशियम से भरपूर केला ब्लॉकेज होने से रोकता है और धमनियों (आर्टिरीज) के संकरा होने के खतरे से भी बचाता है।

 

फूड एंड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट हेमा सोनी बताती हैं कि महिलाओं में पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज आदि के कारण भी उनके शरीर में आयरन, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। ऐसे में शरीर कमजोर होने के कारण कई तरह की समस्याएं घेर लेती हैं इसलिए महिलाओं को एक केला हर रोज खाना चाहिए।

 

​​केले में विटामिन, आयरन, फाइबर, पोटेशियम, एंटी-ऑक्‍सीडेंट आदि गुण होते हैं। रोजाना 1 मीडियम केले के सेवन से शरीर को 9% पोटेशियम की मात्रा मिलती है। कुछ लोगों को लगता है कि केले के सेवन से इंसान मोटा हो जाएगा। अगर आप केले के सेवन के साथ वर्कआउट करें तो ऐसा नहीं होता।

 

केले के कई फायदे – पोटेशियम से भरपूर होने की वजह से केले के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। साथ ही कार्डियोवेस्‍कुलर सिस्‍टम बेहतर तरीके से काम करता है। बैड कोलेस्‍ट्रॉल कम करने में भी मदद मिलती है।केले के छिलके पर दिखने वाले काले धब्बों के कारण कई बार हम सड़ा समझकर फेंक देते हैं। पर ऐसा होना जरूरी नहीं होता है, बल्कि ज्यादा पका हुआ केला खाने से कैंसर से बचाव हो सकता है।

 

इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है, जिससे दिन-भर तरोताजा महसूस होता है।इसमें पाए जाने वाले फाइबर से डाइजेशन सही रहता है। शरीर में आयरन की कमी धीरे-धीरे कम होती है।केला अस्थमा की बीमारी से बचाने के लिए फायदेमंद है। सुबह और शाम के समय ज्यादा ठंड में हार्ट पेशेंट्स सैर पर न जाएं। ठंडे पानी की बजाय गुनगुने पानी से नहाएं।

 

शुगर और बीपी के मरीज डॉक्टर की सलाह के अनुसार बीपी और शुगर लेवल कंट्रोल में रखने के उपाय करें।सर्दियों में खानपान का विशेष ध्यान रखें। हैवी या ऑयली फूड कम खाएं।भले ही सर्दियों में प्यास कम लगे, पर हमेशा पानी पीते रहें।कच्ची-हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।हार्ट पेशेंट्स के लिए काजू के अलावा सभी ड्राई फ्रूट्स अच्छे हैं।जब पॉल्यूशन लेवल अधिक हो तो बाहर निकलने से परहेज करें।

 

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