कुष्ठ रोगियों को 2500 रूपये प्रतिमाह पेंषन

लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत जल्द ही कुष्ठ पीडि़तों को प्रतिमाह 2500 रुपए पेंशन दिए जाने की शुरूआत की जाएगी। इस योजना से लगभग 10 हजार कुष्ठ रोगी लाभान्वित होंगे। वर्तमान वित्तीय वर्ष में इसके लिए 15 करोड़ रुपए की बजट की व्यवस्था की गयी है। इससे कुष्ठ पीडि़तों की सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक समस्याओं का समाधान हो सकेगा। कुष्ठ पीडि़तों की पेंशन में इज़ाफा करने के निर्णय के पीछे राज्यपाल एवं जापान की सासाकावा फाउण्डेशन की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुष्ठ पीडि़तों के लिए दवा-इलाज, एम्बुलेन्स और चिकित्सालय इत्यादि की जहां भी आवश्यकता होगी प्रदेश सरकार उसमें पीछे नहीं रहेगी।

10 हजार कुष्ठ रोगियों के पेंषन को 15 करोड़: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

रोगियों के लिए निःषुल्क सर्जरी की व्यवस्था होगी

राज्य सरकार द्वारा कुष्ठ रोगियों को दी जाने वाली सुविधाओं का जिक्र करते हुए श्री यादव ने कहा कि कुष्ठ जनित विकलांगता से ग्रसित व्यक्तियों की निःशुल्क रिकॉन्सट्रक्टिव सर्जरी कराने की व्यवस्था की गयी है। ऐसे कुष्ठ रोगियों को शल्य क्रिया काल में जीवन यापन के लिए 8 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 72 लेप्रोसी कॉलोनियों में कॉलोनी के ही एक व्यक्ति को ट्रेनिंग देकर, कॉलोनी में ही ड्रेसिंग के लिए एक ड्रेसर की व्यवस्था की गयी है। उनका प्रयास है कि कुष्ठ रोगी रोग मुक्त होकर सामान्य जीवन यापन कर सकें।

बहराइच में होगा भव्य कार्यक्रम

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पूर्व जब वह बहराइच आये थे, तो डॉ0 वकार अहमद शाह के नेतृत्व में एक बहुत ही शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनपद में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें कई कार्यक्रमों एवं योजनाओं को सम्मिलित किया जाएगा।

 
भ्रांतियों के कारण कुष्ठ पीडि़त समाज से कटे: राज्यपाल

-राम नाईक ने बहराइच में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यशाला की शुरूआत की
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि कुष्ठ पीडि़त भी समाज के अभिन्न अंग हैं। समाज में फैली कुछ भ्रांतियों के कारण कुष्ठ पीडि़त समाज से कटे हुए हैं। लोगों में सबसे बड़ी भ्रांति यह है कि कुष्ठ पीडि़त के स्पर्श मात्र से उन्हें यह रोग हो सकता है, जबकि तमाम रिसर्च से यह बात साबित हो चुकी है कि यह संक्रामक रोग नहीं है। श्री नाईक बहराइच में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री अखिलेष यादव ने की।

उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य होगा, जहां कुष्ठ पीडि़तों के भरण-पोषण के लिए 2500 रुपए प्रति माह पेंशन प्राप्त होगी। राज्यपाल ने कहा कि आज के समय में कुष्ठ रोगी अपने घर से ही नहीं बल्कि गांव से दूर एक अलग बस्तियों में रहने पर मजबूर हैं। पूरे देश में लगभग 800 बस्तियां ऐसी हैं, जहां मात्र कुष्ठ पीडि़त लोग रह रहे हैं। इन बस्तियों के हालात अच्छे नहीं हैं। वहां पर खुशहाली लाना हम सब की जिम्मेदारी है। कार्यशाला को ऐतिहासिक बताते हुए श्री नाईक ने कहा कि ऐसे बहुत कम अवसर देखने को मिलते हैं, जब प्रदेश की राजधानी के बाहर राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक साथ किसी कार्यक्रम में सम्मिलित हों। उन्होंने कहा कि कुष्ठ पीडि़तों के सुनहरे कल के निर्माण के लिए यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी।

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