अयोध्या बनी यूपी की सियासत केंद्र, BSP-BJP के बाद अब ओवैसी करेंगे चुनावी दौरे की शुरुआत
स्टार एक्सप्रेस डिजिटल : यूपी की सियासत के केंद्र में इन दिनों अयोध्या है। बीएसपी के ब्राह्मण लुभाओ अभियान का दौर अयोध्या से शुरू हुआ, बीजेपी के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बयार अयोध्या से ही चलती रही है और अब अयोध्या के नाम से दूर भागने वाले दल भी सियासी मुनाफे के लिए अयोध्या की जमीन पर दौड़ लगा रहे है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को अयोध्या के रुदौली में सेकुलरिज्म के नाम पर मुस्लिमों की सियासी नुमाइंदगी न बढ़ने देने की तोहमत एसपी और बीएसपी पर मढ़ी तो काम के बजाय नाम बदलने पर योगी को भी घेरा।
जब SP-BSP और BJP सम्मेलन की सियासत में मशगूल है तब ओवैसी के भी यूपी दौरे बढ़ गए हैं। इस बार 3 दिनों के दौरे में ओवैसी अयोध्या सुल्तानपुर और बाराबंकी में रहेंगे। अयोध्या के रुदौली पहुंचे ओवैसी ने 6 दिसंबर को याद करते हुए फैजाबाद नाम को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। कहा विकास के काम से ज्यादा जोर तो हुकूमत नाम बदलने पर देती है।
बीएसपी के दलित-ब्राह्मण गठजोड़ की कोशिशों की तरह ओवैसी भी अशफाक उल्लाह खां की पंडित राम प्रसाद बिस्मिल से दोस्ती का जिक्र करते हुए मुस्लिम और ब्राह्मणों गठजोड़ का दांव चलते दिखाई दिए। बीजेपी से ज्यादा एसपी बीएसपी पर हमलावर ओवैसी ने कहा दोनों पार्टियों ने मुस्लिमों को डरा डरा कर वोट लिया है। अब अगर बात करनी है तो बराबरी पर करनी होगी।
ओवैसी ने चुनाव लड़ने के लिए 100 सीटों को चुना है। जिसमे सभी मुस्लिम बहुल्य हैं। रूदौली तहसील में मुस्लिम आबादी 27.54 फीसदी है। जबकि अन्य तहसील क्षेत्रों में मुसलमानों की आबादी इससे कम है। फैजाबाद सदर की कुल आबादी 6,91,457 में से मुसलमानों की आबादी 91,145 यानी 13.19 फीसदी है। सोहावल तहसील क्षेत्र में 3,85,818 में से मुसलमानों की आबादी 66,521 है।
बीकापुर की कुल जनसंख्या 4,49,764 है, जिसमें मुसलमानों की आबादी 30,873 है और मिलकीपुर की 4,79,707 की आबादी में मुसलमानों की आबादी 49,387 है। हालांकि पूरे जिले की बात करें तो मुस्लिम आबादी केवल 15 फीसदी के आसपास ही है। ओवैसी की हुंकार से रुदौली के लोग बड़े उत्साहित है। मुस्लिम लीडरशिप को लेकर उनका ख्वाब उन्हें ओवैसी में दिख रहा है।
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बिहार की डगर ओवैसी के लिए भले आसान रही हो लेकिन यूपी की सियासत से 2017 में ओवैसी मात खा चुके है। हालांकि इस बार दमखम दिखाने की कोशिश भी हो रही है। अब ऐसे में मुस्लिम कौम किस पर भरोसा करेगी ये तो नहीं पता, लेकिन यूपी में सबको अपना बनाने की जोर आजमाइश और तेज होती जा रही है।